Movie/Album: दो बदन (1966)
Music By: रवि
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: आशा भोसले
जब चली ठंडी हवा, जब उठी काली घटा
मुझको ऐ जान-ए-वफ़ा तुम याद आए
ज़िन्दगी की दास्तां, चाहे कितनी हो हसीं
बिन तुम्हारे कुछ नहीं
क्या मज़ा आता सनम, आज भूले से कहीं
तुम भी आ जाते यहीं
ये बहारें ये फिज़ा, देखकर ओ दिलरुबा
जाने क्या दिल को हुआ, तुम याद आये
जब चली ठण्डी हवा...
ये नज़ारे ये समा, और फिर इतने जवाँ
हाए रे ये मस्तियाँ
ऐसा लगता है मुझे, जैसे तुम नज़दीक हो
इस चमन से जान-ए-जाँ
सुन के पी पी की सदा, दिल धड़कता है मेरा
आज पहले से सिवा, तुम याद आये
जब चली ठण्डी हवा...
Music By: रवि
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: आशा भोसले
जब चली ठंडी हवा, जब उठी काली घटा
मुझको ऐ जान-ए-वफ़ा तुम याद आए
ज़िन्दगी की दास्तां, चाहे कितनी हो हसीं
बिन तुम्हारे कुछ नहीं
क्या मज़ा आता सनम, आज भूले से कहीं
तुम भी आ जाते यहीं
ये बहारें ये फिज़ा, देखकर ओ दिलरुबा
जाने क्या दिल को हुआ, तुम याद आये
जब चली ठण्डी हवा...
ये नज़ारे ये समा, और फिर इतने जवाँ
हाए रे ये मस्तियाँ
ऐसा लगता है मुझे, जैसे तुम नज़दीक हो
इस चमन से जान-ए-जाँ
सुन के पी पी की सदा, दिल धड़कता है मेरा
आज पहले से सिवा, तुम याद आये
जब चली ठण्डी हवा...
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