Movie/Album: हाथी मेरे साथी (1971)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: मो.रफ़ी
नफरत की दुनिया को छोड़ के
खुश रहना मेरे यार
इस झूठ की नगरी से तोड़ के
नाता जा प्यारे
अमर रहे तेरा प्यार
खुश रहना मेरे यार...
जब जानवर कोई इंसान को मारे
कहते हैं दुनिया में वहशी उसे सारे
एक जानवर की जान आज इंसानों ने ली है
चुप क्यों है संसार
खुश रहना मेरे यार...
बस आखिरी सुन ले, ये मेल है अपना
बस ख़त्म है साथी, ये खेल है अपना
अब याद में तेरी बीत जायेंगे रो रो के
जीवन के दिन चार
नफरत की दुनिया को...
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: मो.रफ़ी
नफरत की दुनिया को छोड़ के
खुश रहना मेरे यार
इस झूठ की नगरी से तोड़ के
नाता जा प्यारे
अमर रहे तेरा प्यार
खुश रहना मेरे यार...
जब जानवर कोई इंसान को मारे
कहते हैं दुनिया में वहशी उसे सारे
एक जानवर की जान आज इंसानों ने ली है
चुप क्यों है संसार
खुश रहना मेरे यार...
बस आखिरी सुन ले, ये मेल है अपना
बस ख़त्म है साथी, ये खेल है अपना
अब याद में तेरी बीत जायेंगे रो रो के
जीवन के दिन चार
नफरत की दुनिया को...
Nice song... this is my favorite song
ReplyDeleteVery nice song
ReplyDeleteजब जानवर कोई इंसान को मारे।
ReplyDeleteकहते हैं दुनिया में वहशी उसे सारे।
कई इंसानों की जान आज इंसानों ने ली है।
चुप क्यों है संसार....…......।
खुश रहना मेरे यार............।
I like it
ReplyDeleteHeart touching song
ReplyDeleteThis song is most feelingful song of Indian history.... Both Late Md. Rafi and Mr. Sonu Nigam Voice
ReplyDeleteOscar award song sir
ReplyDeletePyar ki duniya mein... is missing. Plz rectify.
ReplyDeleteApni gaadi bechne jaa raha hun i10 ... 11 saal usne mera khoob sath diya... Subah se ye gaana zehen me aaraha hai... Isliye padhne ka man hua is gaane ki ye lines
ReplyDeleteबस आखिरी सुन ले, ये मेल है अपना
बस ख़त्म है साथी, ये खेल है अपना
अब याद में तेरी बीत जायेंगे रो रो के
जीवन के दिन चार
Great song
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